मुंबई, 18 अप्रैल | रिलायंस फाउंडेशन की ओर से मुंबई में दो दिवसीय ‘बिल्डिंग फ्लोरिशिंग फ्यूचर्स’ विषय पर सम्मेलन आयोजित किया जिसमें सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के 200 से अधिक विशेषज्ञों ने भाग लिया। ‘प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा’ क्षेत्र से जुड़े, देश-विदेश के इन विशेषज्ञों और शिक्षाविदों ने ‘खेल-आधारित शिक्षा’ पर अपने अनुभव साझा किए। यह सम्मेलन मुंबई के धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल (डीएआईएस) में आयोजित किया गया। सम्मेलन में माता-पिता, शिक्षकों और समुदायों के विकास के लिए नई कार्य शैलियों और दृष्टिकोणों पर विस्तृत चर्चा की गई। कार्यक्रम में वक्ताओं और प्रतिभागियों के लिए कुल 10 मास्टर क्लास, 15 इंटरैक्टिव लर्निंग स्टेशन और 30 स्पीकर सत्रों का आयोजन किया गया।
धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल की वाइस चेयरपर्सन ईशा अंबानी ने सम्मेलन के सत्रों में गहरी रुचि दिखाई। कई विषयों पर उन्होंने विशेषज्ञों के साथ चर्चा की और विभिन्न लर्निंग स्टेशनों पर प्रतिभागियों के साथ हिस्सा लिया। रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी के ‘हैप्पी स्कूल, हैप्पी लर्नर्स’ विज़न से प्रेरित होकर रिलायंस फाउंडेशन स्कूलों और धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल के शिक्षक सीखने और सिखाने के लिए प्रेरक माहौल बनाते हैं, जो बेहतरीन भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय ‘अर्ली चाइल्डहुड लर्निंग प्रैक्टिस’ से प्रभावित होता है। मेघालय सरकार के मुख्य सचिव व आईएएस संपत कुमार, द लर्निंग स्क्वायर की ऐनी वैन डैम, उम्मीद चाइल्ड डेवलपमेंट सेंटर की डॉ. विभा कृष्णमूर्ति, यूनिसेफ से सुनीशा आहूजा और महिला एवं बाल विकास मंत्रालय में एनआईपीसीसीडी की ज्वाइंट डायरेक्टर डॉ. रीता पटनायक मुख्य वक्ताओं में शामिल रहे। सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. महेश बालसेकर, धीरूभाई अंबानी इंटरनेशनल स्कूल के डीन और सीईओ अभिमन्यु बसु और रिलायंस फाउंडेशन में एजुकेशन हेड डॉ निलय रंजन जैसे विशेषज्ञों ने भी अपने अनुभव साझा किए।