जयपुर 17, जून | जयपुर में लव जिहाद मामले में पीड़िता के परिवारजन कई हिंदू संगठनो के साथ अपनी शिकायत लेकर बीजेपी कार्यालय पहुंच कर वहा मौजूद पदाधिकारियों को पूरी घटना की जानकारी दी साथ ही पुलिस रवैये को लेकर नाराज़गी जताई कि बीजेपी सरकार में भी दो दिन तक FIR दर्ज हुई वही डीसीपी ने भी उच्चाधिकारीयों के हस्तक्षेप से FIR तो दर्ज की लेकिन कार्यवाही की बजाय लड़की को ला कर दस मिनट मिलवा कर अपराधियों को ही सौंप दिया जो पुलिस की मिलीभगत को दर्शाता है । लड़की की माँ ने बताया कि मेरे पति आरएसएस के कार्यकर्ता रहे है और मुस्लिम युवक द्वारा जानबूझकर जाल में फँसाया है अब अपने क़ब्ज़े में लेकर दबाव में लड़की से बयान दिलवा रहा है । मौजूद पदाधिकारी मोतीलाल मीणा ने एसएचओ और डीसीपी से बात कर नाराज़गी व्यक्त की व तुरंत कार्यवाही के लिए बोला और कार्यवाही नहीं होने पर परिजनों के साथ ही आंदोलन की चेतावनी दी है । लड़की को दस्तयाब करने के बाद भी बिना मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किये वापस अपराधियों को सौंपना बीजेपी पदाधिकारियों ने गंभीर माना ।
इस दौरान परिजनों के साथ विप्र महासभा के सुनील उदेईया, परशुराम सेना के अनिल चतुर्वेदी, विप्र महासभा के योगेंद्र भारद्वाज, विप्र सेना के अजीत जोशी, सर्वशक्ति मित्र मंडल के सुरेंद्र पाराशर, राज कुलदीप सिंह , अपराजिता फाउंडेशन की हर्षिता शर्मा, रेनू शर्मा, वीणा शर्मा, सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे |