जयपुर | शहरो में गरीब को सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इंद्रा रसोई चालू कि थी उसी कि तर्ज़ पर अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी इन्दिरा रसोई योजना के माध्यम से गरीब एवं जरूरतमंद लोगों को मात्र 8 रुपए में सम्मानपूर्वक पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए 10 सितम्बर से योजना प्रारम्भ करना है । इस योजना से ‘कोई भूखा ना सोए’ का संकल्प साकार हो रहा है। इसी दिशा में प्रदेश के हर व्यक्ति को महंगाई की मार से राहत देने तथा भरपेट भोजन उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने अब ग्रामीण क्षेत्रों में भी 1000 इन्दिरा रसोइयां खोलने का निर्णय लिया है। योजना का शुभारंभ 10 सितम्बर को टोंक जिले में निवाई के पास झिलाय से होगा। इन सभी 1000 रसोइयों का संचालन राजीविका समूह की महिलाओं द्वारा किया जाएगा। जिससे दस हज़ार से अधिक महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा।
सीएम गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर इन्दिरा रसोई योजना के संबंध में आयोजित महत्वपूर्ण बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की इस योजना से सुविधापूर्ण वातावरण में सम्मान पूर्वक मात्र 8 रुपए में भरपेट भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना का लाभ विधर्थियो एवं श्रमिकों सहित सभी वर्ग के लोगों को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेशभर में इंदिरा रसोई के संचालकों व कर्मचारियों द्वारा सराहनीय कार्य किया जा रहा है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि ‘कोई भूखा ना सोए’ के संकल्प के साथ शुरू की गई इस योजना के माध्यम से कोरोना काल में 72 लाख लोगों को सरकार ने निःशुल्क पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया। कोरोना के दौर में राज्य सरकार के प्रयासों के साथ-साथ स्वयंसेवी संस्थाओं ने भी सेवा भाव से आगे बढ़कर सहयोग किया। प्रदेश में वंचित तबके के लिए खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से संचालित की जा रही इस योजना के लिए आर्थिक रूप से किसी भी तरह की कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। बैठक में बताया गया कि उत्कृष्ट कार्य करने वाले प्रदेश के विभिन्न जिलों के इंदिरा रसोई संचालकों को सम्मानित भी किया जा रहा है।
इस मीटिंग में ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री रमेश मीणा (वीसी के माध्यम से), मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव अभय कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा सहित अन्य उच्चाधिकारी उपस्थित रहे।
