जयपुर 25 नवम्बर । राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री एवं डायरेक्टरेट जनरल ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज़ (DGTS), अहमदाबाद के संयुक्त तत्वावधान में आज जीएसटी करदाता शिक्षा एवं जन जागरूकता कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य व्यापारियों, उद्योगों, पेशेवरों तथा करदाताओं को जीएसटी से संबंधित महत्वपूर्ण प्रावधानों, नीतिगत बदलावों तथा अनुपालन प्रक्रिया के बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में व्यापारियों, औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधियों, कर सलाहकारों, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स तथा उद्यमियों ने भाग लिया। कार्यक्रम में राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के अध्यक्ष डॉ. के. एल. जैन ने स्वागत उद्बोधन में कहा कि राजस्थान चैंबर अपने स्थापना काल से ही प्रदेश में व्यापार, वाणिज्य, उद्योग एवं निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सतत कार्यरत रहा है। कर संबंधी जागरूकता एवं शिक्षा कार्यक्रम चैंबर की प्राथमिकताओं में शामिल हैं। उन्होंने आगे कहा कि बदलते कर ढाँचे एवं नीतिगत सुधारों को समझने के लिए ऐसे आयोजन व्यवसायिक समुदाय के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध होते हैं। डॉ. जैन ने यह भी उल्लेख किया कि जीएसटी अनुपालन से जुड़े मुद्दे, रिफंड प्रक्रिया, ITC से संबंधित कठिनाइयाँ तथा तकनीकी पहलुओं को समझने के लिए ऐसे संवादात्मक कार्यक्रम बेहद आवश्यक हैं। हम DGTS के साथ मिलकर भविष्य में भी इस प्रकार के और प्रशिक्षण एवं जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करते रहेंगे, जिससे राजस्थान का व्यापार समुदाय और अधिक सशक्त हो सके तथा भविष्य में विभिन्न विषयों पर शिक्षण, प्रशिक्षण एवं मार्गदर्शन कार्यक्रमों का दायरा और व्यापक किया जाएगा। उन्होंने कर प्रशासन और व्यापार समुदाय के बीच सतत संवाद, पारदर्शिता, और सहयोगात्मक व्यवस्था की भी आवश्यकता पर बल दिया।
डायरेक्टरेट जनरल ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज़ (DGTS), अहमदाबाद के अनिल कुमार श्रीधरन, ए.ए.डी, मनीष सोनकर, ए.ए.डी. ने जीएसटी अनुपालन, नवीन संशोधनों, रिटर्न फाइलिंग, ऑडिट, इनपुट टैक्स क्रेडिट, शिकायत निवारण तंत्र आदि विषयों पर विस्तृत प्रस्तुति दी। उन्होने आगे बताया की डायरेक्टरेट जनरल ऑफ टैक्सपेयर सर्विसेज़ (DGTS), केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर एवं सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) की प्रमुख इकाई है, जिसका मुख्य लक्ष्य देश के करदाताओं को गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ प्रदान करना तथा कर व्यवस्था को अधिक पारदर्शी, सरल और करदाता-हितैषी बनाना है। DGTS करदाता शिक्षा, जागरूकता, अनुपालन सहायता, शिकायत निवारण तथा उद्योग–प्रशासन संवाद को सुदृढ़ करने के लिए देशभर में विविध कार्यशालाओं, प्रशिक्षण कार्यक्रमों और परामर्श सत्रों का आयोजन करता है। साथ ही, करदाताओं से प्राप्त सुझावों एवं फीडबैक के आधार पर नीतिगत सुधारों की अनुशंसा कर GST प्रणाली के प्रभावी क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। सत्र उपरांत उपस्थित सदस्यों के प्रश्नों के प्रभावी उत्तर प्रदान किये गए ।
कार्यक्रम में राजस्थान चैंबर के सदस्यगण, विभिन्न व्यापार एवं औद्योगिक संघों के प्रतिनिधि, चार्टर्ड एकाउंटेंट्स, कर सलाहकार एवं उद्यमीगण बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। सभी प्रतिभागियों ने इस पहल को सराहते हुए कहा कि ऐसे कार्यक्रम व्यवसायिक समुदाय के लिए अत्यंत लाभकारी हैं। इस सत्र के साथ साथ ही ट्रेड प्रमोशन कौंसिल ऑफ़ इंडिया (टीपीसीआई) के सहायक निदेशक हिमांशु द्विवेदी ने राजस्थान चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के सदस्यों को Indus food Manufacturing Expo- 2026 के बारे में अत्यंत प्रेरक जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि यह मेगा एक्सपो 6 से 8 जनवरी 2026 को यशोभूमि (IICC), द्वारका, नई दिल्ली में आयोजित होने जा रहा है, जो खाद्य प्रसंस्करण, पैकेजिंग टेक्नोलॉजी, इनोवेशन और संभावित निवेश अवसरों का देश का सबसे बड़ा मंच है। द्विवेदी ने चैम्बर सदस्यों से विशेष आग्रह किया कि वे इस अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजन में अवश्य भाग लें और नवीनतम तकनीकों, बिज़नेस नेटवर्किंग तथा वैश्विक व्यापार अवसरों का लाभ उठाएँ। उपस्थित प्रतिभागियों ने एक्सपो के संबंध में विभिन्न प्रश्न पूछे जिनका उत्तर विस्तार से प्रदान किया गया ।
इस अवसर पर राजस्थान चैंबर के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ आर एस जैमिनी, , डॉ अरुण अग्रवाल, उपाध्यक्ष श्री ज्ञान प्रकाश मानद महासचिव आनंद महरवाल, बृज बिहारी शर्मा, नरेन्द्र कुमार जैन, विजय गोयल, मानद सचिव सुधीर भंसाली, सुधीर गुप्ता, अतिरिक्त मानद सचिव बसंत बैराठी, ललित तिवारी, प्रभात गुप्ता, दुलीचंद कडेल, संयुक्त सचिव बादशाह मियाँ शिल्पगुर डॉ इन्दर सिंह कुदरत, मनीष खुंटेटा, महेंद्र चोपड़ा राजस्थान चैम्बर यंग वीमेन इंटरप्रेन्योर विंग की सदस्याएं, चैम्बर के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर योगेश नारायण माथुर, सचिव दिनेश कानूनगो, अतिरिक्त सचिव कन्हैया लाल जांगिड़, संयुक्त सचिव अमित पारीक सहित बड़ी संख्या में एमएसएमई उद्यमियों उद्योग संघों व्यापारिक संगठनों ने भाग लिया।
