जयपुर, 17 अक्टूबर | राजस्थान के राजकीय चिकित्सालयों में कार्यरत नर्सिंग अधिकारियों के सामने दवा लिखें या नहीं लिखे विकट स्थिति पैदा हो रही है एक तरफ मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा दवा लिखने के लिए आदेशित किया जाता है दूसरी तरफ निरीक्षण पर आए प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा कारण बताओ नोटिस थमा दिया जाता है ऐसे में इधर जाओ तो कुआं और उधर जाओ तो खाई की स्थिति पैदा हो रही है और आमजन को चिकित्सालयों की सेवाओं से वंचित होना पड़ रहा है |
इसी संदर्भ में आज राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष खुशीराम मीना ने महामहिम राज्यपाल से दवा लिखने या दवा नहीं लिखने के स्पष्ट आदेश जारी करवाने हेतु गुहार लगाई है संगठन कार्यकारी अध्यक्ष पवन सिंह जादौन एवं बालकृष्ण शर्मा ने राजभवन से जवाब के बाद उम्मीद जताई है कि हमें दवा लिखने का स्पष्ट आदेश जारी होगा और हमें न्याय मिलेगा।
