जयपुर। अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) ने सरकार द्वारा कर्मचारियों की लंबित मांगों और बजट घोषणा 2025-26 के क्रियान्वयन में दिखाई जा रही घोर उदासीनता, ओपीएस के साथ छेड़छाड़ के खिलाफ 15 अक्टूबर 2025 को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालयों पर तीव्र धरना-प्रदर्शन करने की घोषणा की है।
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि 24 सितंबर 2025 को जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर हुए विशाल प्रदर्शन के दौरान मुख्यमंत्री के सचिव शिखर अग्रवाल को सौंपे गए ज्ञापन पर उच्च स्तरीय कार्यवाही एवं वार्ता का स्पष्ट आश्वासन दिया गया था। राठौड़ ने खेद व्यक्त किया कि आश्वासन दिए लगभग तीन सप्ताह बीत जाने के बावजूद, न तो कोई आदेश जारी हुआ है और न ही लंबित मांग पत्र पर वार्ता हेतु कोई सकारात्मक पहल की गई है। सरकार की इस वादाखिलाफी और उपेक्षा को असहनीय बताते हुए, महासंघ ने 15 अक्टूबर को यह आंदोलन करने का फैसला किया है।
मांगें नहीं मानने पर काली दिवाली मनाएंगे कर्मचारी
इस धरना-प्रदर्शन के तहत, सभी जिला मुख्यालयों पर जिला कलेक्टर के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को चेतावनी ज्ञापन भिजवाया जाएगा। ज्ञापन में महासंघ की प्रमुख मांगों के साथ-साथ, पुरानी पेंशन योजना (OPS) को बोर्ड, निगम, विश्वविद्यालय, राजकीय उपक्रम सहित समस्त स्वायत्तशासी संस्थाओं के कर्मचारियों के लिए यथावत जारी रखने की मांग को प्रमुखता से शामिल किया जाएगा। महासंघ ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि यदि 15 अक्टूबर के ज्ञापन के बाद भी सरकार द्वारा वार्ता के आदेश जारी करने की कोई पहल नहीं होती है, तो 20 अक्टूबर 2025 को ‘काली दिवाली’ मनाने का निर्णय लिया गया है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष ने सभी जिला, संभाग और प्रांतीय पदाधिकारियों तथा संबद्ध संगठनों के प्रांतीय अध्यक्षों से इस आंदोलन को सफल बनाने हेतु अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का पुरजोर आग्रह किया है।
