जयपुर, 12 सितम्बर । शिक्षा मंत्री के विशेष अधिकारी सतीश कुमार गुप्ता ने आज जयपुर ग्रामीण क्षेत्र के विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। शिक्षा मंत्री दिलावर के निर्देश पर किए गए निरीक्षण में विद्यालयों में कई खामियां मिली जिनको सुधारने के विशेष अधिकारी गुप्ता ने प्रिंसिपल को निर्देश दिया। साथ ही बगवाड़ा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रिंसिपल श्रीमती बबीता सारस्वत के खिलाफ संयुक्त निदेशक (शिक्षा) श्रीमती मंजू शर्मा को कार्यवाही के निर्देश दिए। गुप्ता सुबह सवेरे 7:45 बजे राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, दौलतपुरा, पंचायत समिति आमेर, जिला जयपुर के स्कूल में पहुंचे। विद्यालय में प्रार्थना सभा चल रही थी। प्रार्थना सभा की समाप्ति के बाद ओएसडी ने विद्यालय की स्टाफ उपस्थित पंजिका का निरीक्षण किया तथा उपस्थिति एवं अनुपस्थित शिक्षकों की जानकारी ली। विद्यालय में कुल 19 स्टाफ कार्यरत है जिसमें से 11 उपस्थित मिले शेष विभागीय कार्य से अनुपस्थित पाए गए।
विद्यालय के प्रवेश द्वार पर गंदगी के ढेर को देखकर विशेष अधिकारी ने प्रधानाचार्य श्रीमती डॉक्टर सुमन अग्रवाल को साफ सफाई करने तथा विद्यालय में कचरा पात्र लगाने के निर्देश दिए। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी गौरी शंकर को दूरभाष पर विद्यालय परिसर के आसपास नियमित सफाई करने व कचरा उठाने के निर्देश दिए। इसके बाद राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, बगवाड़ा पहुंचे। विद्यालय हाल बेहाल अवस्था में था। प्रिंसिपल श्रीमती बबीता सारस्वत अपने कक्ष में बैठी मोबाइल पर वार्तालाप कर रही थी। बच्चे खुले मैदान में जमीन पर बैठकर पढ़ रहे थे। विभागीय निर्देशानुसार एक भी शिक्षक का मोबाइल प्रिंसिपल के पास जमा नहीं था। पूरे विद्यालय में कचरा फैला हुआ था। कक्षा कक्ष और विद्यालय परिसर में कभी झाड़ू नहीं लगा। स्कूल के फर्नीचर को कबाड़ बनाकर कमरे में बंद कर रखा था। रसोईघर की स्थिति शौचालय से भी बदतर थी। सारी दीवारों पर सीलन और काई लगी हुई थी। पूरे कमरे में बदबू फैली हुई थी तथा आसपास लोहे और लकड़ी के फर्नीचर का कबाड़ भरा हुआ था इतना गंदा कमरा था कि देख कर घुसने का भी मन ना करें। विद्यालय में नामांकन भी काफी कम मिला। वाणिज्य संख्या में केवल चार बच्चों का नामांकन है।
गुप्ता ने प्रिंसिपल से पूछा परिसर को देखकर लगता नहीं है कि कभी आप खुद भी इन कमरों में आती होगी? प्रिंसिपल का काम कक्ष में बैठकर मोबाइल पर बात करना होता है क्या? विद्यालय परिसर में संचालित आंगनबाड़ी केंद्र भी बंद पड़ा था।पांच का स्टाफ तैनात है, लेकिन कोई भी मौके पर उपस्थित नहीं था। आंगनवाड़ी में दो बच्चे होना बताया गया जिनकी लिए पांच का स्टाफ लगाया हुआ है। जानकारी करने पर ज्ञात हुआ की प्रिंसिपल जयपुर से अप डाउन करती हैं। और पूरे समय प्रिंसिपल कक्ष में बैठी रहती हैं। छुट्टी होने के बाद वापस जयपुर चली जाती है। विद्यालय की व्यवस्थाओं को लेकर उनकी कोई रुचि नहीं है। आमेर ब्लॉक के सी बी ई ओ को फोन कर विद्यालय का आज ही निरीक्षण करने और रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए। साथ ही जयपुर संभाग की संयुक्त निदेशक शिक्षा श्रीमती मंजू शर्मा को जांच कर प्रिंसिपल बबीता सारस्वत के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए।
