जयपुर, 7 मई। जयपुर(सांगानेर) की एक निजी मेडिकल फर्म के नौकर के साथ मिलकर केशव ब्लड बैंक, देवली एवं फ्रीडम ब्लड बैंक, ब्यावर के संचालक शिवम ग्वाला एवं अन्य ने मिलकर लाखो रूपये के माल का गबन किया। मेडिकल फर्म के संचालक ने बताया कि हमारे यहाँ ब्लड बैंक में काम आने वाली जाँच सामग्री का होलसेल का काम है | पिछले महीने से हमे स्टॉक के कम होने का अंदेशा हुआ तो हमने हमारे कार्मिकों से इसकी जाँच पड़ताल की तो कर्मचारी योगेश उर्फ़ अविनाश ने बताया की यह गलती मेरे से हुई |
उसने बताया की वह किसी माध्यम से श्री शिवम् ग्वाला के सम्पर्क में आया और उसने ब्लड जाँच में काम आने वाली टेस्ट सामग्री को हमारे फर्म से गायब करवाके बस एवं अन्य संसाधनों से देवली एवं ब्यावर भेजे जाने हेतु मुझे कहा, जहाँ से वह माल को खपत कर सकें | उसके बाद पिछले छः महीनो से वह थोडा थोडा माल यहाँ से गायब करके बस और अन्य माध्यम से देवली और ब्यावर भेजता था |फर्म संचालक ने जब इसकी सत्यता जांचनी चाही तो उसने बताया की स्वयं को उक्त ब्लड बैंक का संचालक बताने वाले शिवम ग्वाला ,सूरज ग्वाला उसके पिता गोपाल ग्वाला एवं साझेदार मुकेश पूरी ने माल प्राप्त होते ही हर बार पैसा यूपीआई से उसके खाते में डाला है एवं किसी के माध्यम से कुछ पैसा नगद दिया | उसके खाते की जाँच करके उसमे आये पैसे की सत्यता की पुष्ठी होने पर एवं कर्मचारी द्वारा अपने अपराध की स्वीकृति के बाद फर्म संचालक ने पुलिस थाना सांगानेर में मुकदमा दर्ज करवाया |
गबन की गई मेडिकल सामग्री के बारे में बताया कि उक्त टेस्ट कीट ब्लड की जाँच में काम आती है उसके रखरखाव का एक मापदंड है | यदि सही तरीके से रखरखाव नहीं किया जाये तो लोगो को बहुत नुकसान हो सकता है इसलिए यह बहुत ही खतरनाक हैं | यह अपराध केवल माल के गबन का ही नहीं है अपितु निर्दोष लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ है | उक्त जाँच में काम ली जाने वाली सामग्री यदि चोरी अथवा किसी अनजान से ली गयी हो जो रखरखाव नहीं जानता तो ब्लड डोनर को भी रक्त सम्बन्धित गंभीर बीमारी हो सकती है | पुलिस मामले की जांच कर रही है |
