जयपुर,28 मार्च। आरजीएचएस एवंआईएफपीएमएस में विधवा पारिवारिक पेंशनर्स के डेटा मैपिंग नहीं होने के कारण उनके कार्ड बंद कर दिए गए हैं ।जिसके चलते अनेक गंभीर रोगग्रस्त वृद्ध महिला पारिवारिक पेंशनर को इलाज में परेशानी हो रही है साथ ही नए कार्ड भी नहीं बन पा रहे हैं।
आज अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत एवं राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ ने मुख्यमंत्री कार्यालय, मुख्य सचिव सुधांशु पंत एवं अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा को इस बारे में ज्ञापन सौंपा। कर्मचारी महासंघ एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ एवम् राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पारीक ने संयुक्त वक्तव्य में बताया कि आरजीएचएस कार्ड में डाटा जन आधार कार्ड फेच होते हैं तथा जन आधार कार्ड में महिलाओं के समक्ष सुश्री अथवा श्रीमती नहीं दर्शाया जाता है जबकि पेंशन प्रकरणों में आईएफपीएमएस पर डाटा पे मैनेजर से फेच होते हैं । पे मैनेजर में वैवाहिक स्थिति दर्शाया जाना आवश्यक है क्योंकि अविवाहित महिला कार्मिक एवं विवाहित महिला कार्मिक की मृत्यु की दशा में उनके पात्र पारिवारिक पेंशनर पृथक पृथक होते हैं। अविवाहित महिला कार्मिक की मृत्यु की दशा में उसकी पारिवारिक पेंशन उसके पात्र आश्रित माता-पिता को मिलती है जबकि विवाहित महिला कार्मिक की मृत्यु की दशा में उसकी पारिवारिक पेंशन उसके पति को अथवा विधवा होने पर आश्रित पात्र संतान को मिलती है। आरजीएचएस द्वारा जहां नए कार्ड तो बनाए ही नहीं जा रहे वहीं ऐसे महिला पारिवारिक पेंशनर के कार्ड भी ब्लॉक कर दिए गए हैं क्योंकि उनकी आरजीएचएस एवं आईएफपीएमएस के डेटा की मैपिंग महिलाओं की वैवाहिक स्थिति के प्रतीक सुश्री एवं श्रीमती शब्द के कारण नहीं हो पा रही है।
महासंघ के प्रदेश महामंत्री देवेंद्र सिंह नरूका ने बताया की महिला पेंशनर्स एवम् पारिवारिक पेंशनर आरजीएचएस एवं पेंशन विभाग के मध्य चक्कर काट रही है। आज अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त अखिल अरोड़ा ने वित्त सचिव बजट से वार्ता कर इस समस्या को शीघ्र सुलझाने का आश्वासन दिया है। शिष्टमंडल में महासंघ प्रदेश अध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़, राजस्थान राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश पारीक, महासंघ महामंत्री देवेंद्र सिंह नरूका, अखिल राजस्थान वाहन चालक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अजयवीर सिंह राठौड़ शामिल रहे ।