जयपुर, 6 मार्च । पुलिस प्रशासन ने गोविंद देवजी मंदिर में होली 13 मार्च और धुलंडी 14 मार्च के दिन श्रद्धालुओं के प्रवेश और दर्शन व्यवस्था में परिवर्तन किया है। दर्शनार्थियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए और डीसीपी नॉर्थ राशि डोगरा ने बताया कि होली व धुलंडी के दिन मंदिर के मुख्य प्रवेश मार्ग से ही दर्शनार्थियों को प्रवेश की अनुमति होगी अन्य प्रवेश मार्ग से प्रवेश बंद रहेंगे | साथ मंदिर में जूते एवं चप्पल खोलने की कोई व्यवस्था नहीं रहेगी। दर्शनार्थियों से अपील की गई है कि वह अपने जूते-चप्पल खोल कर ही मंदिर में प्रवेश करें। जूते-चप्पल खोलकर आने वाले श्रद्धालु छांवण से दर्शन कर सकेंगे और जो जूते-चप्पल पहनकर आएंगे वे छांवण के बाहर से दर्शन कर सकेंगे। ब्रह्मपुरी और कंवर नगर से आने वाले दर्शनार्थियों का प्रवेश भी मंदिर मुख्य द्वार से होगा। दर्शन करने के बाद श्रद्धालुओं का निकास पीछे जय निवास बाग की तरफ से होगा। प्रशासन का दावा है कि बदली हुई व्यवस्था से ठाकुर जी के दर्शन सुगम होंगे। किसी भी तरह से अत्यधिक भीड़ एकत्रित होने की स्थिति नहीं बनेगी। लोग ठाकुरजी के दर्शन कर कॉलोनी अथवा घर पर धूमधाम से होली खेल सकेंगे। यह व्यवस्था 13 और 14 मार्च को मंगला से शयन झांकी तक रहेगी।
होली के दिन श्रद्धालु फूलों से खेलेंगे होली
मंदिर प्रबंधक मानस गोस्वामी ने बताया होली के दिन 13 मार्च को श्रद्धालु राजभोग झांकी में ठाकुर जी के साथ फूलों की होली खेलेंगे। किसी भी प्रकार के गुलाल, वाटर कलर, कलर सिलेंडर का उपयोग निषेध रहेगा। मंदिर प्रशासन ने अपील की है कि हृदय रोगी, डायबिटीज रोगी, ब्लड प्रेशर रोगी या जिन्हें सांस की तकलीफ है तथा अन्य किसी बीमारी से ग्रसित व्यक्ति भीड़ से अपनी सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में नहीं आए। वे ऑनलाइन दर्शन करें। साथ ही आने वाले श्रद्धालु इन बातो का विशेष ध्यान रखे कि सुरक्षा की दृष्टि से कीमती सामान, बैग, थैला, लेडीज पर्स लेकर नहीं आएं। महिलाएं कीमती आभूषण पहन कर नहीं आए। कृपया पानी की बोतल साथ लेकर आए। संदिग्ध व्यक्ति एवं लावारिस वस्तु देखने पर मंदिर प्रशासन को एवं पुलिस प्रशासन को तुरंत सूचित करें।
