जयपुर, 30 सितंबर | कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने प्रेसवार्ता कर कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के राष्ट्रीय महासचिव फजल उर रहीम पर जयपुर में मंदिर माफी, सिवायचक, पुलिस विभाग को आवंटित करीब 1400 बीघा जमीन सहित अन्य प्रदेशों में अवैध कब्जा कर लिया है। वहीं दूसरी ओर फजल उर रहीम द्वारा संसद में पेश किया गया वक्फ संशोधित बिल 2024 को लेकर विपक्षी राजनेताओं के साथ मिलकर देशभर में भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसा व्यक्ति जो वक्फ सहित मंदिर, ट्रस्ट एवं आदिवासियों की जमीन को बेचकर राष्ट्र विरोधी कार्यों में लिप्त है, वहीं व्यक्ति एक संगठित गिरोह बनाकर वक्फ बिल का विरोध कर रहा है। इस मामले की ईडी, सीबीआई और एसओजी से जांच करवाकर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के स्टे आदेश के बावजूद फजल उर रहीम और इसके भाई जिया उर रहीम ने कुछ लोगों के साथ मिलकर किशनपुरा ,आमेर में 900 बीघा राजकीय भूमि पर कब्जा कर धर्म विशेष के लोगों की 12 अवैध कॉलोनी बसा दी। वहीं किशनपुरा व आमेर में राजस्थान पुलिस विभाग को आवंटित 500 बीघा पर कब्जा कर लिया। फजल उर रहीम की बेटी सुल्ताना राजस्थान कांग्रेस में महिला कांग्रेस में महासचिव, दामाद मोहम्मद शोएब प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सदस्य है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के राज में अपनी बेटी-दामाद के साथ मिलकर फजल उर रहीम ने सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा कर लिया। फजल उर रहीम ने मंदिर माफी की जमीन पर एक दर्जन से अधिक अवैध कॉलोनियां बसा दी। इनमें कामां नगर, अशरफ कॉलोनी, जामिया नगर, कबीर नगर, इबादत नगर, मदीना नगर, हिदायत नगर, कलाम नगर, रंगरेज सिटी, एम के विहार, डायमंड नगर और स्टार सिटी शामिल है। इन कॉलोनियों में 40 मस्जिदें व 30 अवैध बूचड़खाने संचालित किए जा रहे है। फजल उर रहीम ने एक नया पाकिस्तान जयपुर के सडवा मोड में बसा दिया। सडवा, जयसिंहपुरा खोर, आमेर में फजल द्वारा धर्म विशेष के लोगों को लाकर राष्ट्रविरोधी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जा रहा है।
मीणा ने कहा कि फजल और जिया-उर-रहीम ने 2005 में फर्जी इकरारनामा के जरिए जामिया हिदायत ट्रस्ट जयपुर और मौलाना अब्दुल रहीम एजुकेशनल ट्रस्ट की जयपुर व अहमदाबाद में स्थित 18 से 20 बीघा भूमि करोड़ों रुपए में बेचकर इन पर समुदाय विशेष की अवैध कॉलोनियां बसा दीं। इन्होंने मुंबई में भी आदिवासियों की जमीन को बेचकर करोड़ों रुपए अर्जित किए। फजल ने मौलाना अब्दुल रहीम एजुकेशनल ट्रस्ट व मूसा फाउंडेशन ट्रस्ट बना कर इन ट्रस्टों के बैंक खातों में करोड़ों रूपयों का लेनदेन किया। यह एफसीआरए का उल्लंघन है। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जयसिंहपुरा खोर पुलिस थाने में इनके खिलाफ जमीनों के अवैध कब्जा करने सहित अन्य 5 मुकदमे लगाए गए लेकिन कांग्रेस सरकार ने इन की रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की। कोर्ट से इस्तगासा के माध्यम से दर्ज मुकदमों में कार्रवाई करने की बजाए उनमें एफआर लगाकर फाइल बंद कर दी गई।