जयपुर, 8 अगस्त। सवाई मानसिंह अस्पताल से संबद्ध मनोचिकित्सा केंद्र में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाया जाएगा। इसके लिए आईटी एवं तकनीक आधारित सेवाओं का प्रभावी उपयोग सुनिश्चित किया जाएगा। साथ ही, यहां प्रस्तावित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू किया जाएगा। विभाग की अति. मुख्य सचिव श्रीमती शुभ्रा सिंह ने मनोचिकित्सा केंद्र, जयपुर के निरीक्षण एवं यहां आरएमआरएस की कार्यकारी समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यह प्रदेश में मनोचिकित्सा का प्रमुख केंद्र है। यहां प्रदान की जाने वाली सुविधाओं को और बेहतर बनाया जाए, ताकि रोगियों को यहां सुगमतापूर्वक उपचार मिले।

आईएचएमएस लागू करे, केंद्र को रेफरल यूनिट के रूप में विकसित करें
उन्होंने अस्पताल में इंटीग्रेटेड हैल्थ मैनेजमेंट सिस्टम लागू करने, हर मरीज की आभा आईडी बनाए जाने तथा सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में बनाए गए रामाश्रय वार्डों के साथ समन्वय कर यहां भी जीरियाट्रिक वार्ड का सुचारू संचालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने प्रो-एक्टिव एप्रोच के साथ मनोचिकित्सा केंद्र को रैफरल यूनिट के रूप में विकसित करने पर बल दिया, ताकि यहां मौजूद संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित हो सके। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने अस्पताल में संचालित टेलीमानस हैल्पलाइन सेंटर का निरीक्षण करते हुए निर्देश दिए कि इस सेवा का एक केंद्र कोटा में संचालित किए जाने का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा जाए, ताकि वहां अध्ययनरत युवाओं को तनाव के पलों में समुचित परामर्श मिल सके।
