नई दिल्ली, 12 | 4 जून 2024 लोकसभा चुनाव परिणाम आने के बाद ईवीएम को लेकर किसी राजनीतिक पार्टी या नेता की ओर से कोई शिकायत भारतीय निर्वाचन आयोग को नहीं मिली है। वही पिछले कई चुनावों में राजनीतिक दलों के नेताओं और गैर सरकारी संगठनों द्वारा ईवीएम को हैक या छेड़छाड़ करके परिणाम प्रभावित करने के आरोप लगाए जाते रहे है । इस बार के लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों और विपक्षी नेताओ ने ईवीएम को लेकर गंभीर आरोप लगाए गये और मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया था | मतों के वीवीपैट पर्चियों से मिलान की मांग खारिज सुप्रीम कोर्ट ने 26 अप्रैल को इस मसले पर महत्वपूर्ण फैसला देते हुए ईवीएम में दर्ज 100 फीसदी मतों को वीवीपैट पर्चियों से मिलान करने की मांग सिरे से खारिज कर दी थी। जस्टिस संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की पीठ ने कहा था कि किसी भी प्रणाली पर आंख बंद करके अविश्वास करना चुनाव में अनुचित संदेह पैदा कर सकता है। हालांकि, शीर्ष अदालत ने आदेश दिया था कि चुनाव परिणाम घोषित होने के सात दिन के भीतर कोई आपत्ति होने पर पहले और दूसरे स्थान पर रहे उम्मीदवार ईवीएम जांच की मांग कर सकते हैं। मगर इस बार सात दिन बीतने के बाद भी किसी भी राजनीतिक दल ने ईवीएम को लेकर कोई शिकायत आयोग को नहीं दी है।