जयपुर । प्रदेश के अस्पतालों में सुदृढ़ चिकित्सा प्रबंधन के लिए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा और चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह के निर्देशों पर लगातार आकस्मिक निरीक्षण किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में सवाई मानसिंह मेडिकल कॉलेज से सम्बद्ध जयपुर शहर के मुख्य राजकीय अस्पतालों का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की अति. मुख्य सचिव शुभ्रा सिंह ने सांगानेरी गेट स्थित महिला चिकित्सालय का सघन निरीक्षण किया। इसी प्रकार चिकित्सा शिक्षा आयुक्त शिवप्रसाद नकाते ने जेके लोन अस्पताल और चिकित्सा शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव इकबाल खान ने जयपुरिया अस्पताल में निरीक्षण किया।
अति. मुख्य सचिव ने प्रातः 9.30 बजे महिला चिकित्सालय पहुंचकर बायोमैट्रिक उपस्थिति, जनरल वार्ड, आईसीयू, नवजात गहन चिकित्सा इकाई, ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर, निःशुल्क दवा काउंटर, आपातकालीन इकाई, प्रसव कक्ष, स्वागत एवं पूछताछ कक्ष, एसटीपी प्लांट, पार्किंग जोन, प्रयोगशाला, रसोई घर एवं शौचालयों सहित अस्पताल परिसर में स्थित सभी सुविधाओं का गहन निरीक्षण किया। उन्होंने इस दौरान मरीजों एवं उनके परिजनों से भी अस्पताल की व्यवस्थाओं के बारे में बातचीत की। परिजनों ने बताया कि अस्पताल में चिकित्सा व्यवस्था पहले से बेहतर हुई हैं।
ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर बढ़ाएं, ड्रेनेज व्यवस्था सुधारें, नए वाटर कूलर लगाएं


अति. मुख्य सचिव ने ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर लंबी लाइन देखकर काउंटर की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए। उन्होंने मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य इकाई के शौचालयों में लीकेज की समस्या का अवलोकन किया। उन्होंने कहा कि इसके निर्माण में रही कमियों की समीक्षा की जाएगी। इसके लिए उन्होंने संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक आयोजित किए जाने के निर्देश दिए। साथ ही, उन्होंने अस्पताल परिसर में ड्रेनेज एवं सीवरेज व्यवस्था सुधारने तथा नए वाटर कूलर लगाए जाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अस्पताल में साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाया जाए। शौचालय के निरीक्षण के दौरान उन्होंने साफ-सफाई के लिए प्रदेश के अस्पतालों में शुरू की जा रही क्यू आर कोड की व्यवस्था शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए। साथ ही सुरक्षा की दृष्टि से पर्याप्त संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाने के भी निर्देश दिए।
