जयपुर, 5 अक्टूबर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरूवार को कॉमर्स कॉलेज में आयोजित मिशन 2030 दस्तावेज की लॉन्चिंग के राज्य स्तरीय समारोह में चिरंजीवी एंबुलेंस प्रोजेक्ट के तहत 200 एंबुलेंस को हरी झंडी दिखाकर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए रवाना किया। इनमें 100 आपातकालीन एंबुलेंस-108 एवं 100 जननी एक्सप्रेस एंबुलेंस-104 शामिल हैं। इन एंबुलेंस से प्रदेश के गांव ढाणी तक बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और सुगम होगी।
मुख्यमंत्री ने समारोह में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में 1155 करोड़ रुपए की विभिन्न परियोजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी किया। प्रदेश के 33 जिलों में सरकारी मेडिकल कॉलेज और नर्सिंग कॉलेज के संकल्प को साकार करने की दिशा में उन्होंने जालोर, प्रतापगढ़ और राजसमंद में सरकारी मेडिकल कॉलेज का शिलान्यास किया। ये तीनों मेडिकल कॉलेज राज्य मद से स्थापित किए जाएंगे। मसूदा और रावतभाटा में नवीन नर्सिंग कॉलेज के शिलान्यास के साथ ही अन्य चिकित्सा विकास कार्यों भी शिलान्यास एवं लोकार्पण किया।
जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में 100 बिस्तर क्षमता वाले कॉटेज वार्ड एवं ओटी ब्लॉक, एमजी अस्पताल में ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन विभाग, मातृ एवं शिशु रोग केन्द्र, जयपुर डेंटल कॉलेज में 180 बिस्तर क्षमता के गर्ल्स हॉस्टल का भी शिलान्यास किया गया। साथ ही एमडीएम चिकित्सालय में साइकोलोजिकल काउंसलिंग सेंटर, डूंगरपुर के मेडिकल कॉलेज में 10 बिस्तर क्षमता वाले आईसीयू एवं 10 बिस्तर क्षमता वाले पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड का लोकार्पण किया गया।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 909 एंबुलेंस-108, 600 जननी एक्सप्रेस एवं 100 ममता एक्सप्रेस को मिलाकर कुल 1609 रेफरल एंबुलेंस वाहन संचालित हैं। पुराने हो चुके वाहनों को नए वाहनों में बदल दिया गया है।
इस अवसर पर राज्य मंत्रीपरिषद के सदस्य व अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्य सचिव श्रीमती उषा शर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य श्रीमती शुभ्रा सिंह, प्रमुख शासन सचिव चिकित्सा शिक्षा टी रविकांत, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन निदेशक डा जितेंद्र कुमार सोनी, आयुक्त चिकित्सा शिक्षा शिव प्रसाद नकाते सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।
