जयपुर, 7 अगस्त। चुनावी वादे पूरा नहीं करने के विरोध में प्रदेश के राज्य कर्मचारी 11 अगस्त को जयपुर में आक्रोश रैली निकालकर मुख्यमंत्री से जन घोषणा पत्र- 2018 के वादों को पूरा करने की मांग करेंगे। यह जानकारी अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ (एकीकृत) के प्रदेशाध्यक्ष गजेंद्र सिंह राठौड़ ने एक बयान में दी।
राठौड़ ने बताया कि सरकार ने ना तो वेतन विसंगतियों के लिए गठित खेमराज कमेटी और सामंत कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है और ना संविदा कर्मियों को नियमित करने की मांग को पूरा किया है। चयनित वेतनमान का परिलाभ 9, 18 व 27 वर्ष के स्थान पर 8,16, 24 व 32 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण करने पर पदोन्नति पद के समान देने की मांग भी अभी तक अधूरी है।
राठौड़ ने संविदा कर्मियों के नियमितीकरण के लिए बनाए गए राजस्थान कांट्रेक्चुअल हायरिंग टू सिविल पोस्ट रूल्स- 2023 को कर्मचारियों के साथ धोखा बताया है। राठौड़ ने कहा कि इस नियम में संविदा कर्मियों को राज्य सेवा के प्रत्येक 3 वर्ष के बाद एक वर्ष की अधिमानता दी गई है, जो न्यायोचित नहीं है। उन्होंने कर्मचारियों के संविदाकरण करने के बजाय संविदाकर्मियों को नियमित करने की मांग की है । उन्होंने नई नियुक्तियां भी संविदा कर्मी के रूप में नहीं कर के नियमित कर्मचारी के रूप में करने की राज्य सरकार से मांग की है।इसी क्रम में राठौड़ ने महासंघ (एकीकृत) के लंबित 17 सूत्री मांग पत्र पर भी शीघ्र कार्रवाई करने की मुख्यमंत्री से मांग की है।
राठौड़ ने सभी राज्य कर्मचारियों, संविदा कर्मियो, जनता जल योजना कर्मियों ,होमगार्ड, आंगनवाड़ी कर्मियों , ठेका कर्मियों, निगम कर्मियों सहित प्रदेश के सभी कर्मचारियों से 11 अगस्त को जयपुर में आयोजित होने वाली प्रदेशव्यापी रैली में शामिल होने की अपील की है।
