Saturday, December 6, 2025
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एक और घोटालेबाज कंपनी पर जलदाय विभाग ने कसा शिकंजा 


जयपुर, 14 जून | जल जीवन मिशन में उजागर हुए घोटाले के बाद भी एक बाद एक घोटाला  सामने आ रहा है ऐसा एक मामला जलदाय विभाग में  कार्य करने वाली मैसर्स यादव कंस्ट्रक्शन कंपनी के घोटालों की उच्च स्तरीय जांच शुरू गयी है | आपको बता दे कि यादव कंस्ट्रक्शन कंपनी ने पेयजल योजनाओं में भ्रष्टाचार किया है | कंपनी ने बिना पूर्ण काम के उस काम का पूरा भुगतान जलदाय के अधिकारियों की मिलीभगत के चलते उठा लिया है |  विभाग के अधिकारियों ने नियम विरुद्ध फर्जीवाड़े से कंपनी को कार्य पूर्णता का प्रमाण पत्र जारी कर दिया । कंपनी को निविदा शर्तो के अनुसार 6 पम्प हाउसों पर सोलर प्लांट लगाने थे लेकिन एक भी पम्प हॉउस पर सोलर प्लांट लगाने की जहमत नहीं उठाई | 
                                       
इसी के साथ कंपनी को सैकड़ों वाल्व चैंबर के निर्माण  करना था जिसमे भी बड़ा घोटाला सामने आया है कि  वाल्व चैम्बर के निर्माण में सीमेंट कांक्रीट की जगह ईंटों से बना दिए गए । वही कंपनी ने OHSR से पेयजल सप्लाई लाइन के नाम पर फर्जी इंद्राज से करोड़ों का फर्जी भुगतान उठाया गया है | पाइप लाइन डालने में भी घटिया निमार्ण सामग्री काम में लेने के साथ काम गहराई पर पाइप लाइन डाल कर घोटाला किया गया है | 108 गांवों में से 3 दर्जन से ज्यादा गांवों में अभी भी स्कीमों का अधूरा कार्य पड़ा है । वही लाईनों में टी व बैण्ड लगायें गये उन पर सीसी नहीं की गई । बोराज, धांधोली, मोखमपुरा सहित कई गांव  ढाणियों में  पाइप लाइन नहीं डाली गई है |  कई गांवों में पाइप लाईनों का मिलान नहीं होने पर  सरपंचों ने लिखित में की शिकायत करी है | वही कंपनी द्वारा बनाए गए स्काडा सिस्टम  बंद पड़े हैं | कार्यालय में कम्प्यूटर व लैपटॉप मय प्रिंटर उपलब्ध नहीं करवायें  गये है । पेयजल कनेक्शन के एमडीपीई पाइप हल्के क्वालिटी के काम में  लिए गए है | 137 करोड़ के वर्क ऑर्डर की जगह 161 करोड़ का  फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र बनाए गए | एक ही कार्य के अलग अलग कार्य पूर्णता certificate में भी फर्जीवाड़ा किया गया । इंजीनियर इंचार्ज ACE की जगह Ex En और SE ने  फर्जी कार्य पूर्णता प्रमाण पत्र जारी किए ।
                                             
वही बिना आबादी वाले क्षेत्रों में पाइप लाइन डालकर फर्जी भुगतान उठाया है | इस पर विभाग के ACS भास्कर ए सावंत ने उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दिए है । इस जांच को क्वालिटी कंट्रोल विभाग के उच्च अधिकारी करेंगे । वही QC SE विश्वजीत सिंह नागर की अध्यक्षता में जांच समिति बनायीं गयी है । जो इस महा घोटाले के जांच कर अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे | 

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