जयपुर। सुरभि संगीत संस्था ने माँ शीतला अष्टमी पर्व का आयोजन संस्थान की महिला सदस्यों द्वारा पूरे श्रद्धा और भक्ति के भावों को धारण कर मनाया गया। कार्यक्रम के दौरान बच्चों का पारंपरिक जोड़े आकर्षण का केंद्र रहे जिन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं का मन मोह लिया। आयोजन को भव्यता प्रदान करने के लिए संस्था से जुड़ी महिलाओं ने एक साथ भाग लिया और उत्साहपूर्वक पर्व की महिमा का गुणगान किया। माँ शीतला अष्टमी पर्व की शुरुआत मंगलाचरण और पूजन से की गई। इस अवसर पर महिलाओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के अनुसार व्रत कथा सुनी और माँ शीतला का विधि-विधान से पूजन किया। इसके बाद भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तिमय गीतों की गूंज से पूरा वातावरण आध्यात्मिक हो उठा। इस दौरान विभिन्न महिला सदस्यों और श्रद्धालुओं द्वारा सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी पेश की गई। विशेष रूप से बच्चों द्वारा प्रस्तुत पारंपरिक जोड़े की झलक से सभी को मंत्रमुग्ध हो गए। उनके रंग-बिरंगे परिधानों, मनमोहक नृत्य और भक्ति भाव से भरी प्रस्तुतियों ने कार्यक्रम को भव्यता प्रदान की।
संस्था की अध्यक्षा निपुणा शर्मा ने आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि इस प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक आयोजनों से हमें अपनी परंपराओं को सहेजने और अगली पीढ़ी तक पहुँचाने का अवसर मिलता है। माँ शीतला की कृपा से हम सबके परिवारों में सुख-समृद्धि बनी रहे, यही हमारी कामना है। संस्था की अन्य वरिष्ठ सदस्यों ने भी माँ शीतला अष्टमी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि इस पर्व को मनाने से घर-परिवार में सुख-शांति बनी रहती है और जीवन में आने वाली विपत्तियाँ दूर होती हैं। आयोजन का समापन सामूहिक भजन-कीर्तन के साथ सम्पन्न हुआ, जिसमें सभी महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।