जयपुर, 16 दिसंबर । रविवार को राजधानी के रिद्धि – सिद्धि चौराहे के पास स्थित उत्कर्ष कोचिंग संस्थान की गंभीर लापरवाही की वजह से बेसमेंट में चल रही क्लास में सीवरेज गैस लीक होने के चलते लगभग 9 छात्र बेहोश हो गए जिसमें 2 छात्र की स्थिति गंभीर पाई गई। जिस पर अभिभावकों के प्रमुख संगठन संयुक्त अभिभावक संघ ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोचिंग सेंटर में बरती गई लापरवाही केवल कोचिंग संचालक की लापरवाही नहीं बल्कि यह प्रशासन की सबसे गंभीर लापरवाही है, निगम और कोचिंग संचालक की मिलीभगत से चल रहे कोचिंग सेंटर छात्रों के जीवन से खिलवाड़ कर रहे है इसलिए मनमाने तरीके से गाइडलाइन जारी होने के बावजूद बेसमेंट में कक्षाएं आयोजित हो रही है।
प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा कि विगत कुछ माह पहले दिल्ली के राजेंद्र नगर में स्थित एक कोचिंग सेंटर में बरसात के चले पानी भरने के कारण कुछ छात्रों की मौत हो गई थी। जिस पर देशभर के सभी राजनीतिक दलों ने बहुत माहौल बनाया था | जिस पर केंद्र सरकार ने सख्त गाइडलाइन जारी की थी इस घटना के बाद जयपुर में भी राज्य सरकार और नगर निगम ने बहुत सारे कोचिंग सेंटरों पर सर्च ऑपरेशन चलाएं थे और गाइडलाइन की सख्ती से पालना करने के निर्देश भी दिए थे, उस दौरान एक कोचिंग सेंटर को सील भी कर दिया था। उसके बावजूद उत्कर्ष कोचिंग सेंटर कैसे बेसमेंट में संचालित हो रहा है जिम्मेदार अधिकारियों से सरकार को मांगना चाहिए | आज भी अकेले जयपुर शहर के चारों कौनो में आज भी अवैध रूप से स्कूल और कोचिंग सेंटर सहित क्लिनिक तक चल रहे है, जानकारी और शिकायत प्राप्त होने के बावजूद सरकार और नगर निगम कार्यवाही क्यों नहीं कर रही है, जो स्पष्ट संकेत देता की है गाइडलाइन केवल दिखावा है, सरकार, निगम और कोचिंग संचालकों की मिलीभगत से छात्रों का भविष्य दांव पर लगाया जा रहा है। जिसको लेकर अभिभावक चिंतित रहता है और ऐसी घटनाओं को देखकर अभिभावक सहम जाता है।