कोटा, 17 अगस्त | कोलकाता में महिला रेजिडेंट चिकित्सक के साथ हुई वीभत्स घटना के विरोध में अखिल राजस्थान सेवारत चिकित्सक संघ एवं समस्त संगठनों के आव्हान के तहत शनिवार को राजस्थान के समस्त पीएचसी सीएचसी जिला अस्पताल में ओपीडी सेवाओं का बहिष्कार किया । कोटा सेवारत चिकित्सक संघ के आह्वान पर भी कोटा जिले की समस्त पीएचसी 43, सीएचसी 15, यूपीएचसी 23,सिटी डिस्पेंसरी सहित जिला अस्पताल ईएसआई हॉस्पिटल एमबीएस न्यू मेडिकल कॉलेज सेटेलाइट हॉस्पिटल रामपुरा जेके लोन हॉस्पिटल शहरी डिस्पेंसरी में सामान्य ओपीडी/आउटडोर सेवाओं का बहिष्कार किया केवल आपातकालीन सेवाएं जारी रखी गई।
महासचिव डॉक्टर दुर्गा शंकर सैनी ने बताया कि राजस्थान में 15000 चिकित्सको ने कार्य बहिष्कार किया जिससे राज्य में 813 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं 2485 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 49 जिला अस्पताल 71 उप जिला अस्पताल एवं 16 सैटेलाइट अस्पताल में ओपीडी सेवाएं पूर्ण रूप से बंद रखकर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया सिर्फ इमरजेंसी सेवई जारी रखी डॉ सैनी ने सरकार से मांग की ममता सरकार बर्खास्त हो। कोटा जिला अध्यक्ष डॉ अमित गोयल एवं महासचिव डॉ राजेश सामर ने कहा कि जब तक बेटी को न्याय नहीं मिलेगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा कोटा में लगभग 300 से अधिक सेवारत चिकित्सकों ने ओपीडी सेवाएं का पूर्ण बहिष्कार किया सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं दी।आज प्रदर्शन के दौरान प्रदेश महासचिव डा दुर्गा शंकर सैनी , जिला अध्यक्ष डा अमित कुमार गोयल , महासचिव डा राजेश सामर, डॉ कुलदीप राणा, डॉ प्रद्युमन गोयल डॉ प्रज्ञानंद गौतम , डॉ नरेश मेवाडा, डॉ प्रमोद मीणा, डॉ संजय वर्मा, डॉ सुरेंद्र श्रीवास्तव, डॉ मदन मीना , डॉ दिनेश मीना ,डॉ कर्णेश गोयल डॉ नरेंद्र नागर, डॉ गोविंद मीना ,डॉ प्रदीप फोझदार, डॉ ललित शर्मा सहित समस्त सेवारत चिकित्सको ने विरोध प्रदर्शन किया।