जयपुर,16 जुलाई | राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के पंचकर्म विभाग ने आमजन के स्वास्थ्य के लिए एक महीने तक लगने वाले निशुल्क बस्ति कर्म चिकित्सा शिविर का उद्घाटन किया गया। ऋतु शोधन कार्यक्रम के अन्तर्गत वर्षा ऋतु में राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के पंचकर्म विभाग में 16 जुलाई से 19 अगस्त तक निःशुल्क बस्ति कर्म चिकित्सा शिविर आयोजित किया जाएगा l शिविर का उद्घाटन कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने किया, इस अवसर पर कुलसचिव प्रोफेसर अनीता शर्मा, पंचकर्म विभागाध्यक्ष प्रोफेसर गोपेश मंगल, प्रो. सी.आर यादव, प्रो. दुर्गावती, डॉ महेंद्र प्रसाद, शिविर कोऑर्डिनेटर डॉ अनुश्री, डॉ वैभव, डॉ विपिन, डॉ शिप्रा उपस्थित रहे।
प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान के माध्यम से आमजन के स्वास्थ्य लाभ और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की जागरूकता के लिए समय-समय पर कई निशुल्क शिविर लगाए जाते हैं। आज गलत जीवन शैली और खानपान के कारण कम उम्र में भी कई बीमारियां हो रही है, समय पर रोग निदान और स्वास्थ्य लाभ के लिए संस्थान में निःशुल्क शिविर लगाए जाते हैं। आयुर्वेद में वर्षा ऋतु में बस्ति चिकित्सा को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसका उद्देश्य शरीर मे वात दोष को संतुलित करना होता है, वर्षा ऋतु में अक्सर पाचन अग्नि कमजोर हो जाती है, जिससे विषाक्त पदार्थों के शरीर से बाहर नहीं निकलने के कारण उससे जुड़े कई रोग हो जाते हैं । बस्ती चिकित्सा शरीर में से विषाक्त पदार्थों को निकालने और पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक है। यह शरीर को पोषण प्रदान करने के साथ प्रतिरक्षा को बढ़ाता है, जो कई बीमारियों से शरीर की रक्षा करती है।