जयपुर, 30 मई। कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को पशु क्रूरता निवारण समिति की बैठक का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में पशु क्रूरता संबंधी कई बिन्दुओं पर चर्चा हुई। अतिरिक्त जिला कलक्टर (उत्तर) श्रीमती अलका विश्नोई ने बताया कि बैठक में जिला पशु क्रूरता निवारण समिति की कोर कमेटी बनाने पर भी सहमति बनीं जो कि समिति से संबंधित दैनिक समस्याओं का निराकरण कर सकेगी। उक्त कमेटी में भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के सदस्य सचिव नामित सदस्य एवं दो निर्वाचित सदस्य होगें। यह कमेटी प्रत्येक माह में एक बैठक का आयोजन कर गत माह में किये गये कार्यों की समीक्षा करेगी।
जिला पशु क्रूरता निवारण समिति के सदस्य सचिव एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. हनुमान सहाय मीणा ने बताया कि बैठक में नगर निगम के अधिकारियों को पेट शॉप के रजिस्ट्रेशन करवाने एवं पेट्स के खिलाफ क्रूरता रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई अमल में लाने के निर्देश दिये गए। इसके लिए पुलिस विभाग द्वारा जयपुर ग्रामीण के लिए पुलिस उप अधीक्षक श्रीमती प्रियंका वैष्णव एवं जयपुर शहर हेतु पुलिस उप अधीक्षक हरिराम कुमावत को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि बैठक में निगम अधिकारियों ने मृत पशुओं के निस्तारण हेतु इंसीनरेटर उपलब्ध नहीं होने की जानकारी दी साथ ही आवारा श्वानों हेतु पशु प्रजनन नियंत्रण प्रोग्राम की गति बढ़ाने हेतु जयपुर शहर के चारों दिशाओं में चार सेटेलाईट केंद्र बनवाये जाने का सुझाव भी समिति के समक्ष प्रस्तुत किया। बैठक में पशु क्रूरता निवारण समिति के सदस्यों, पशुपालन विभाग, पुलिस विभाग, नगर निगम के अधिकारियों सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने शिरकत की।