जयपुर | आपसी विवाद में हुई इकबाल को मौत के बाद राज्य सरकार की ओर से की गयी कारवाही से हिन्दुओ में नाराज़गी है | आपको बता दे कि शुक्रवार को सुभाष चौक थाना इलाके में हुए हादसे में मुस्लिम युवक की मौत मामले ने तूल पकड़ लिया है | बुधबार को जयपुर संघर्ष समिति के बैनर तले सुबह से ही हज़ारो की संख्या में हिंदू संघठनो के युवा, व्यपार मंडल के लोग, संत समाज, बीजेपी नेता सरकार के धरना प्रदर्शन किया | धरने में मौजूद लोगो ने हनुमान चालीसा का सामूहिक पाठ किया |
इक़बाल की मौत के बाद विधायक आमीन कागजी और रफीक खान की और से पैरवी कर राज्य सरकार से पीड़ित परिवार के लिए 50 रूपये की सहायता, एक डेयरी बूथ और परिवार एक व्यक्ति को संविदा पर नौकरी देने से हिन्दू समाज में आक्रोश है | जयपुर के व्यपार मंडल ने भी उस दिन हुये बाज़ारो में लूटपाट करने वालो के अब कोई ठोस करवाई नहीं होने से भी नाराजगी है धरने में शामिल लोगो का कहना है कि यह अशोक गहलोत सरकार की तुष्टिकरण की नीति है हमें मृतक के परिवार को दी गयी इतना मुआवजा देने पर भी कोई एतराज़ नहीं है लेकिन ऐसी ही नीति सभी घटनाओ में सामान रूप से अपनायी जानी चाहिए | ऐसी किसी घटना में किसी हिन्दू की मौत होती तो इतनी जल्दी राज्य सरकार की और कोई कारवाही नहीं होती और यदि होती तो भी मात्र 5 लाख रूपये की सहायता दी जाती | धरने में बीजेपी की सांसद दिया कुमारी, राम चरण बोहरा, घनश्याम तिवाड़ी, सतीश पुनिया,काली चरण सराफ, अरुण चतुर्वेदी, अशोक परनामी, कैलाश वर्मा सहित अनेक नेता मौजूद रहे |
धरने के दौरान जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज, एडिशनल कमिश्नर राष्ट्रदीप, विश्नोई सहित बड़े अधिकारी मौजूद रहे | साथ हि ड्रोन के माध्यम से भी नज़र राखी गयी | पुलिस का प्रयास रहा कि धरने के दौरान कोई गड़बड़ी ना हो | पुलिस ने बाज़ारो को छतो पर भी बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये थे |
धरने के दौरान वहा मौजूद लोगो ने यह दिखाया कि इस मामले सर्व समाज एक है साथ ही उन्होंने मांग की जिन लोगो ने 30 सितम्बर दहशत फैलाई और बाज़ारो में लूटपाट और दुकानों बैठे लोगो के साथ मारपीट, तड़फोड़ की उनके विरुद्ध सख्त से सख्त कारवाही की जाये और आगे से सरकार की और से मुआवजा देने में सामान नीति अपनायी जाये |
जयपुर बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक राजकुमार गुप्ता ने बताया कि पुलिस से कई बार कार्रवाई की मांग की गई थी, लेकिन पुलिस अधिकारियों के कान में जूं तक नहीं रेंगी। हमारी मांग है कि घटना में शामिल असामाजिक तत्वों पर जल्द से जल्द कार्रवाई की जाए और दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए। साथ ही व्यापारियों को सुरक्षा मुहैया कराई जाए।