जयपुर | राज्यसभा के उप नेता प्रमोद तिवारी ने आज प्रेस वार्ता में बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनाव से पूर्व 15 लाख रुपये हर खाते में आने, दो करोड़ रोजगार प्रतिवर्ष देने, किसानों की आय दोगुनी करने, महंगाई कम करने, चीन को लाल आंख दिखाने जैसे अनेक वादे किये थे किन्तु ये वादे कब पूरे हुए इस बात की जानकारी प्रधानमंत्री को जनता को बतानी चाहिये। उन्होंने कहा कि राजस्थान में अब तक जितनी भी भाजपा सरकार ने काम किये उससे कहीं अधिक काम पिछले 5 वर्ष में गहलोत सरकार ने किये हैं। तिवारी नेबताया कि केन्द्र सरकार ने लोगों पर महंगाई और का बोझ डाला, किन्तु राजस्थान की सरकार ने जनता को महंगाई से राहत देते हुए रोजगार की गारंटी दी है। गहलोत सरकार की दस गारंटी से प्रदेश की जनता लाभान्वित हुई है। जिनमे मुख्यमंत्री चिरंजीवी योजना के तहत जो 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज, 10 लाख रुपये मुफ्त दुर्घटना बीमा, 500 रुपये में सिलेंडर, हर घर 100 यूनिट बिजली फ्री, किसानों को 2000 यूनिट बिजली फ्री, पशुपालकों को 40 हजार रुपये का बीमा, मनरेगा में 125 दिन का रोजगार, शहरी इंदिरा गारंटी रोजगार योजना, एक हजार रुपये न्यूनतम पेंशन, महिलाओं को मुफ्त मोबाईल, कर्मचारियों को ओल्ड पेंशन स्कीम दी है, ऐसी योजनाएं पूरे देश में किसी राज्य में लागू नहीं है जिस कारण राजस्थान की जनता का विश्वास कांग्रेस पर है
प्रमोद तिवारी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हैं तो वह राजस्थान की जनता का अपमान करते हैं। राजस्थान में अपराधियों के खिलाफ तुरंत कार्यवाही करते हुये उन्हें कठोरतम सजा दिलाई जाती है किन्तु प्रधानमंत्री मोदी को मध्य प्रदेश एवं हरियाणा में किस प्रकार महिलाओं व दलितों के साथ दुर्व्यवहार और अपराध हो रहे हैं दिखाई नहीं देता। राजस्थान की सरकार संवेदनशीलता के साथ अपराधियों को सजा दिलाते हुए पीडि़त को न्याय दिलाती है किन्तु भाजपा की हरियाणा एवं मध्यप्रदेश की सरकारों ने अपराधियों को संरक्षित किया, ये भाजपा एवं कांग्रेस सरकार के बीच अपराधों के प्रति सोच को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार ने जिस प्रकार जनकल्याणकारी कार्य करते हुए लोगों को लाभान्वित किया है उससे यह साबित है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत देश के सर्वश्रेष्ठ मुख्यमंत्री हैं।
तिवारी बताया कि भाजपा एक डूबता हुआ जहाज है, जिस कारण एनडीए के घटक दल छोडक़र जा रहे हैं, कल ही एआईएडीएमके है जिसने एनडीए से नरेन्द्र मोदी की कार्यशैली से नाराज होकर नाता तोड़ा है। उन्होंने कहा कि एनडीए शामिल अन्य दल व नेता भी केवल देश में आचार संहिता का लगने का इंतजार कर रहे हैं उसके पश्चात् भाजपा के अनेक समर्थक दल विरोध में खड़े होंगे। उन्होंने कहा कि एनडीए में विघटन से तय है कि आने वाले समय में एनडीए एवं भाजपा का वोट शेयर घटेगा तथा लोकसभा चुनावों में भाजपा एवं एनडीए को इण्डिया गठबंधन के सामने करारी शिकस्त का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने राजस्थान की महान जनता से अनुरोध किया है कि मोदी सरकार लोकतंत्र को खत्म कर रही है, इस सरकार को भाजपा कार्यकर्ताओं से ज्यादा भरोसा अपने फ्रन्टल ऑर्गेनाइजेशन की तरह काम कर रही ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स पर है, इसलिये लोकतंत्र विरोधी भाजपा को शासन हटाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि डर के कारण अनेक दल भाजपा का साथ चुनाव की घोषणा होने तक देंगे उसके पश्चात् बहुत से दल भाजपा का साथ छोड़ देंगे, यह बात वे अपने अनुभव तथा संसद में विभिन्न सांसदों से हुई बातचीत के आधार पर कह रहे हैं।
