जयपुर | राजस्थान बीजेपी के वरिष्ठ नेता, पूर्व गृहमंत्री, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और वर्तमान समय में शाहपुरा विधायक कैलाश मेघवाल ने जयपुर में पत्रकार वार्ता आयोजित कर बीजेपी पर निशाना साधते हुए कई आरोप लगाए जिसके बाद पार्टी ने करवाई करते हुए उन्हें भाजपा की प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया । मेघवाल ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सहित राजस्थान बीजेपी के नेताओ पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए जमकर निशाना साधा । उन्होंने कहा कि राजस्थान में भयंकर गुटबाजी करके पुराने नेताओं को दरकिनार करने एवं केंद्रीय के बीजेपी नेताओं पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाते हुए कई खुलासे किए । मेघवाल ने कहा कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र में इन सब बातो का विस्तार से जिक्र किया है और पूरे तथ्यों के साथ राजस्थान बीजेपी में चल रही गुटबाजी और भ्रष्टाचार को उन तक पहुंचाने की कोशिश की है ।
कैलाश मेघवाल ने पत्रकारों से कहा की आज भाजपा में जितनी बेइज्जती पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की की जा रही है उतनी बेइज्जती राजस्थान के इतिहास में कभी किसी नेता की नही की गई है । पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के साथ साथ जिस तरह उनके समर्थक नेताओ को किनारे लगाकर खत्म किया जा रहा है उन्होंने कहा की वसुंधरा राजे बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष है लेकिन पार्टी के कई कार्यक्रमों में मंच पर उन्हें बोलने तक नहीं जा रहा है । उनसे जब पूछा गया की पार्टी में कौन गुटबाजी कर रहा है तो उन्होंने सतीश पूनिया , राजेंद्र सिंह राठौड़ और प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी का नाम लेते हुए इन पर गुटबाजी करने के गंभीर आरोप लगाएं ।
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल को बताया भ्रष्टाचारी
मेघवाल ने केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर सबसे बड़ा हमला करते हुए उन्हें भ्रष्टाचारी तक बता दिया । साथ ही उन पर बीजेपी का टिकिट दिलवाने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपयों की ठगी करने जैसे गंभीर आरोप भी लगा दिए । मेघवाल ने बताया कि मैंने प्रधानमंत्री मोदी को लिखे पत्र में अर्जुन राम मेघवाल के सारे काले कारनामों को उजागर किया है । इन्होंने पूर्व में भी पद पर रहते हुए कितने घोटाले किए और अब जब की वे केंद्र सरकार में मंत्री बनकर बैठे है तब कितने भ्रष्टाचार कर रहे है उन सभी बातो का जिक्र पत्र में किया है ।वार्ता के दौरान मेघवाल ने अर्जुन राम मेघवाल पर पुष्कर से बीजेपी का टिकिट मांग रहे एक भगवाधारी संत से टिकिट दिलवाने के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपए लेने का भी गंभीर आरोप लगाया । लेकिन जब टिकिट मिलता हुआ नजर नही आया तो उस भगवाधारी संत ने प्रधानमंत्री मोदी तक अपनी पीड़ा पहुंचाते हुए मेघवाल से डेढ़ करोड़ रुपए वापस दिलवाए जाने की मांग की है । उन्होंने यहां तक कहा की लेकिन अभी तक भी उस संत को अर्जुन राम मेघवाल द्वारा वापस पैसे नही लौटाए गए है ।
