जयपुर, 7 अक्टूबर | दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान के आरोग्य प्रकल्प दुवारा आयोजित शरद पूर्णिमा महोत्सव के माध्यम से हजारों लोगों को स्वास्थ्य और आध्यात्मिक लाभ प्रदान किया। इस वर्ष भी, यह महोत्सव भारत के विभिन्न हिस्सों में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य प्राचीन भारतीय आयुर्वेद के ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाना और शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर लोगों को स्वास्थ्य लाभ प्रदान करना था। आयुर्वेदिक औषधियों से तैयार की गई विशेष खीर का वितरण इस महोत्सव का प्रमुख आकर्षण रहा। आयुर्वेद के अनुसार, शरद पूर्णिमा की रात में चंद्रमा की किरणों में औषधीय गुण होते हैं। इस दिन चांदनी में रखी गई खीर का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभदायक होता है। चंद्रमा की किरणों में रखी इस खीर का सेवन न केवल शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है, बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है और पूरे परिवार के लिए स्वास्थ्यवर्धक है।
जिन लोगों को श्वास संबंधी समस्याएँ, दमा, पुरानी खांसी, नज़ला या अन्य श्वांस रोग हैं, उनके लिए विशेष रूप से तैयार की गई औषधीय खीर वितरित की गई। इसमें आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है, जो श्वांस संबंधी रोगों में राहत प्रदान करती है और उनके लिए एक सर्वोत्तम चिकित्सीय उपाय के रूप में कार्य करती है। महोत्सव में शरद पूर्णिमा खीर का वितरण उपस्थित सभी लोगों को किया उन्होंने इस खीर का सेवन कर ताजगी, ऊर्जा और स्वास्थ्यवर्धक लाभों का अनुभव किया।
आयुर्वेदिक स्वास्थ्य शिविर: आयुर्वेदिक चिकित्सकों ने मुफ्त स्वास्थ्य शिविर लगाकर लोगों को परामर्श दिया। धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम: भजन, कीर्तन और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने आध्यात्मिक वातावरण का निर्माण किया। योग और ध्यान सत्र: योग और ध्यान सत्रों ने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद की। महोत्सव में आए लोगों ने इस आयोजन की बहुत प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजन से उन्हें आयुर्वेद के बारे में अधिक जानकारी मिली और उनकी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान हुआ। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान ने इस महोत्सव को अपने अथक प्रयास से सफल बनाया | संस्थान के सभी सदस्यों और स्वयंसेवकों ने दिन-रात एक करके इस आयोजन को लोगों के लिए स्वास्थ्य प्राप्त करने का एक जरिया बनाया | आने वाले समय में भी इस तरह के आयोजन जारी रहेंगे।
