Tuesday, April 22, 2025
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आपणो स्वस्थ राजस्थान’ हमारा संकल्प जनता से जो वादा किया है, वह समय पर पूरा होगा, यही हमारी कार्यशैली – मुख्यमंत्री शर्मा



जयपुर, 07 अप्रेल। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि हम ‘विकसित भारत और विकसित राजस्थान’ के विजन के साथ ‘आपणो अग्रणी राजस्थान-आपणो स्वस्थ राजस्थान’ के संकल्प को साकार करने की दिशा में प्रतिबद्धता से आगे बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने प्रदेशवासियों से जो वादा किया है, वह हर हाल में समय पर पूरा होगा। इसमें कोई लापरवाही नहीं होगी, यही हमारी कार्यशैली है।

उन्होंने यह बात राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में निरामय राजस्थान अभियान एवं स्वास्थ्य से जुड़ी विभिन्न योजनाओं के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही। सभी को विश्व स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मरीज चिकित्सकों को भगवान के रूप में देखते हैं तथा चिकित्सक भी स्वस्थ समाज के निर्माण में महती भूमिका निभा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने समस्त प्रदेशवासियों से अपील की कि वे निरामय राजस्थान अभियान का हिस्सा बनकर इसको जन अभियान बनाएं और आयुष्मान राजस्थान के संकल्प को साकार करें।

राज्य सरकार ने पिछले एक साल में स्वास्थ्य सेवाओं में सकारात्मक सुधार किए हैं। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य को केंद्र में रखते हुए विश्व स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर आज निरामय राजस्थान जैसे व्यापक जन अभियान और विभिन्न स्वास्थ्य योजनाओं का शुभारम्भ किया गया है। इनमें टाइप-1 डायबिटीज देखभाल के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत भारत के पहले समर्पित कार्यक्रम मिशन मधुहारी की शुरूआत, मुख्यमंत्री आयुष्मान आदर्श ग्राम पंचायत योजना की शुरूआत, 24 मोबाइल मेडिकल यूनिट ‘राम रथ’ तथा 10 एडवांस लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस को हरी झण्डी, 29 यूनिट में स्तनपान प्रबन्धन इकाइयों का शुभारम्भ, ईट राइट राजस्थान अभियान तथा मिशन लीवर स्माइल का शुभारम्भ शामिल हैं। साथ ही, मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च, आयुष पद्धति से उपचार के लिए पैकेज का शुभारम्भ, एआई आधारित एकीकृत मॉनिटरिंग सिस्टम, 50 चिकित्सा संस्थानों में हीमो डायलिसिस वार्ड का शुभारंभ भी आज किया गया। विभिन्न शिक्षण संस्थानों में नवीन विभाग एवं अन्य सुविधाओं का भी आज लोकार्पण किया गया।

मुख्यमंत्री शर्मा ने कहा कि भारतीय संस्कृति की पद्धतियां स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देती हैं। साथ ही, संत-महात्माओं का भी अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में योगदान है। नवरात्र के नौ दिन संयम, उपवास और साधना के माध्यम से हमें यह सिखाते हैं कि हमारी संस्कृति में भी स्वास्थ्य का ध्यान रखा गया है।

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