जयपुर 10 जून | चिकित्सा विभाग में आज भी 2008 का स्टाफिंग पैटर्न लागू है 16 साल पुराने स्टाफिंग पैटर्न के अनुरूप संस्थानों पर पद सृजित है जिसमें वर्तमान में जांचो की संख्या और मरीज का भार सैकड़ों गुणा बड़ चुका है लेकिन पद वृद्धि 16 साल में एक बार भी नही हुईं यह कहना अखिल राजस्थान लैब टेक्नीशियन कर्मचारी संघ का है | संघ के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग इस ट्रांसफर नीति से जो लैब टेक्नीशियन जाचो की सुपर स्पेशलिटी से जुड़े हुए जिन्हें अपनी विशिष्ट सभ्यता हासिल करने में कई वर्ष लगे है वह इस ट्रांसफर नीति के लागू होते ही उसे स्थान पर पहुंचेंगे जहां उनसे संबंधित चिकित्सा अधिकारियों के पद या जांच कार्य ही नहीं है |
मरीज हित में जांचों की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए ट्रांसफर नीति लागू करने से पूर्व लैब टेक्निशियन सहित समस्त पैरामेडिकल कार्मिकों का 2008 का स्टाफिंग अपग्रेड किया जाये | जिससे जांच के लिए आने वाले मरीजों को सही जांच मिल सके |