जयपुर, 1 मई। प्रदेश के अस्पतालों में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के तहत दवाओं की समुचित उपलब्धता, मांग एवं आपूर्ति के बेहतर प्रबंधन, नियमित मॉनिटरिंग एवं समयबद्धता को लेकर गाइडलाइन तैयार की जा रही है, ताकि रोगियों को दवाओं की उपलब्धता में किसी तरह की बाधा नहीं आए। आरएमएससीएल की प्रबंध निदेशक ने श्रीमती नेहा गिरि ने यह जानकारी बुधवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय में केन्द्रीय औषधि भंडार गृह, लाइफ लाइन ड्रग स्टोर, सब स्टोर एवं दवा वितरण केंद्रों के निरीक्षण के दौरान दी। उन्होंने कहा कि आवश्यक दवा सूची में शामिल शत-प्रतिशत दवाओं की उपलब्धता के लिए एक ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम विकसित किया जा रहा है। इससे दवाओं के उपभोग एवं उपलब्धता की रियल टाइम मॉनिटरिंग हो सकेगी।
प्रबंध निदेशक ने ओपीडी में कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी सहित अन्य विभागों में निशुल्क दवा वितरण केंद्रों का निरीक्षण किया और दवाओं की उपलब्धता के बारे में गहनता से जानकारी ली। उन्होंने इस दौरान रोगियों एवं उनके परिजनों से भी संवाद कर दवाओं की उपलब्धता के बारे में फीडबैक लिया। उन्होंने कहा कि औषधि भंडार गृहों एवं दवा वितरण केंद्र पर दवाओं का रखरखाव नियमानुसार किया जाए। सभी स्थानों पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए।
उन्होंने अस्पताल में उपलब्ध जांच मशीनों एवं उपकरणों की क्रियाशीलता के बारे में भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जांच मशीनों एवं उपकरणों का नियमित मेंटीनेंस सुनिश्चित करें। उन्होंने इस संबंध में एसएमएस अस्पताल के वित्तीय सलाहकार को निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह की समस्या हो तो आरएमएससीएल को अवगत कराएं। साथ ही नोडल अधिकारी डॉ. राजेंद्र बागड़ी को निर्देश दिये कि वे केटीपीएल के प्रतिनिधियों के साथ नियमित बैठक कर मशीनों एवं उपकरणों के मेंटीनेंस की मॉनिटरिेंग करें। इस संबंध में चिकित्सा अधीक्षक को भी वस्तुस्थिति से अवगत कराएं। निरीक्षण के दौरान आरएमएससीएल की कार्यकारी निदेशक (लॉजिस्टिक) डॉ. कल्पना व्यास, प्रबंधक (आपूर्ति) डॉ. अशोक गुणावत, एसएमएस अस्पताल में मुख्यमंत्री निःशुल्क दवा योजना के नोडल अधिकारी डॉ. जगदीश मोदी, उपनिदेशक राजमेस डॉ. वंदना शर्मा सहित संबंधित अधिकारीगण उपस्थित थे।