जयपुर | राजस्थान की राजधानी जयपुर में बढ़ते ई रिक्शा चलन से साथ में चल रहे अन्य वाहनों को बढ़ी मुश्किल हो रही है | जिस तहर से ई रिक्शा चालक अपने रिक्शा चलाते चलाते कही भी रोड की बीच रोक देते है और किसी साइड में अपनी रिक्शा मोड़ देते है | जिससे साथ में चल रहे अन्य गाड़ी वाले मुश्किल में पड़ जाते जिस कारण दुर्घटना होने की सम्भावना बढ़ जाती है | जयपुर में चारदीवारी में पुरे दिने बेतरीब ई रिक्शा चलन से बड़ी समस्या होती है | किसी भी सरकार को यह अहसास भी नही होगा की जयपुर शहर के बाजार किस तरह से ई रिक्शा वाहन के मकड़ जाल में फंस चुका है | इसका दर्द आम जनता को ही भुगतना होता है | सबसे बड़ा सवाल यह कि इन ई रिक्शा वाहनों की संख्या पर बाजार के हिसाब से कोई नियंत्रण जरूरी है | वही ई रिक्शा चलाने वाले व्यक्ति ड्राइविंग टेस्ट पास कर के लाइसेंस धारी होना जरुरी होना चाहिये | साथ ही यातायात पुलिस को ई रिक्शा चालक द्वारा गलत तरह से वाहन चलाने पर क़ानूनी कारवाही का नियंत्रण होना आवश्यक है |


अगर समय रहते इस समस्या को समय रहते कंट्रोल नही किया गया तो जयपुर शहर की सड़को पर आमजन का निकलना दूभर हो जाएगा | आपको बता दे कि पूर्व में निकाय सरकार ने इनके सुचारु संचालन पर मंथन हुआ जरूर लेकिन अभी कोई ठोस नियम ना तो राज्य सरकार और से बनाया गया है | ना ही स्थानीय नगर निगम दुवारा बनाया गया है | इनके सुचारु चलन नहीं होने से यातायात पुलिस को भी कई बार आमजन झड़प होती रहती है |
