अजमेर | अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड अजमेर डिस्कॉम के क्षेत्राधिकार में करोड़ों रुपए रुपए का टेंडर घोटाला किया गया है | इस संदर्भ में भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल साहू ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा एवं बिजली ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर को विस्तृत विवरण सहित ज्ञापन देकर बताया कि अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के उच्च अधिकारियों एवं विद्युत विभाग में कार्य कर रही इलेक्ट्रिकल्स ठेका कंपनी द्वारा मिलीभगत करके फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर ए क्लास का लाइसेंस प्राप्त कर अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट में 200 करोड़ का टेंडर घोटाला किया है |
खुलासा करते हुए साहू ने बताया कि मुंबई की मैसर्स धनलक्ष्मी इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा मैसर्स हाइथ्रो पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड नई दिल्ली के नाम मेगा हाईवे प्रोजेक्ट के तहत इलेक्ट्रिकल लाइन टावर मेगा हाईवे प्रोजेक्ट रोड के तहत झालावाड़ से उज्जैन तक का कार्य करना बताया एवं दूसरा कार्य वी.आर. इंफ्रा पावर प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का विद्युत शिफ्टिंग इलेक्ट्रिक प्रोजेक्ट लाइन इंटरकनेक्शन बिटवीन 220 केवी जीएसएस सीतापुरा जयपुर का कार्य करना बताया गया | जबकि उपरोक्त कार्य मैसर्स धनलक्ष्मी इलेक्ट्रिकल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी द्वारा किया ही नहीं गया एवं फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र प्रस्तुत कर मिली भगत के चलते वरिष्ठ विद्युत निरीक्षक राजस्थान सरकार जयपुर से विद्युत कार्य करने हेतु ए क्लास का लाइसेंस प्राप्त कर लिया और 200 करोड़ का कार्य अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट से टेंडर हासिल कर लिया | कंपनी के द्वारा फर्जी अनुभव प्रमाण पत्रों के आधार पर वरिष्ठ विद्युत निरीक्षणालय जयपुर से मिलीभगत के चलते ए क्लास का इलेक्ट्रिकल्स लाइसेंस प्राप्त कर राजस्थान सरकार के विद्युत विभाग अजमेर डिस्कॉम के प्रोजेक्ट डिपार्टमेंट से करोड़ों रुपए के विद्युत संबंधी कार्य आपूर्ति बाबत ठेके प्राप्त कर लिए गए, जोकि राज्य सरकार के विद्युत विभाग को करोड़ों रुपए के राजस्व का नुकसान पहुंचाया गया है एवं सरकारी स्तर पर आर्थिक धोखाधड़ी का कार्य किया गया |