नई दिल्ली | संसद के विशेष सत्र के दौरान केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा, “आज नए संसद भवन में प्रवेश करना एक ऐतिहासिक पल है और यह हम सभी के लिए यादगार रहेगा। नया संसद भवन हमारी सांस्कृतिक विरासत और आधुनिकता का जीवंत उदाहरण है। संसद हमेशा से एकता का प्रतीक रहा है… लक्ष बड़ा है, रात कठिन है लेकिन मुझे पूरा विश्वास है सदन में जो जनप्रतिनिधि बैठे हैं वे अपने दायित्वों का पूर्ण निष्ठा से निर्वहन करेंगे और अमृत काल में एक समृद्ध, सशक्त और विकसित भारत का सृजन का आधार बनेंगे।”
संसद के विशेष सत्र के दौरान PM नरेंद्र मोदी नए संसद भवन में हम सब मिलकर नए भविष्य का श्री गणेश करने जा रहे हैं। आज हम यहां विकसित भारत का संकल्प दोहराना, फिर एक बार संकल्प बद्ध होना और उसका परिपूर्ण करने के लिए जी जान से जुटने के इरादे से नए भवन की तरफ प्रस्थान कर रहे हैं | पुरानी संसद भवन को सविंधान सदन के रूप में जाना जाये | पुरानी संसद की गरिमा कम नहीं होनी चाहिए |