कच्छ (गुजरात), 15 जुलाई । गुजरात वन विभाग और वंतारा की संयुक्त पहल के तहत बन्नी ग्रासलैंड्स के 70 हेक्टेयर संरक्षित क्षेत्र में 20 स्पॉटेड डियर (चीतलों) को पुनःस्थापित किया है। वंतारा अनंत अंबानी द्वारा स्थापित अग्रणी वन्यजीव संरक्षण पहल है, जिसके तहत ग्रीन्स जूलॉजिकल, रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर संचालित होता है। जामनगर स्थित वंतारा के संरक्षण केंद्र से इन चीतलों को विशेष एंबुलेंस के जरिए कच्छ लाया गया। वन विभाग की निगरानी में इन्हें सुरक्षित रूप से छोड़ा गया, जिसमें वंतारा ने तकनीकी और लॉजिस्टिक सहायता प्रदान की। इसके पूर्व, वंतारा और वन विभाग की टीमों ने संयुक्त रूप से क्षेत्र का मूल्यांकन कर आवास की उपयुक्तता और भावी पुनःस्थापन प्रयासों की योजना बनाई थी।
ग्रीन्स जूलॉजिकल, रेस्क्यू एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर के निदेशक डॉ. बृज किशोर गुप्ता ने कहा कि यह साझेदारी वैज्ञानिक दृष्टिकोण और व्यावहारिक सहयोग का प्रतीक है, जो बन्नी की जैव विविधता को पुनर्स्थापित करने में सहायक है। गुजरात का बन्नी ग्रासलैंड 2,618 वर्ग किलोमीटर में फैला है, जहां 12 स्तनधारी प्रजातियों की उपस्थिति दर्ज की गई है। यह प्रयास वन्यजीवों की सुरक्षा और पारिस्थितिक संतुलन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।