जयपुर, 1 फरवरी । राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान (मानद विश्वविद्यालय), जयपुर के आयुर योग प्रिवेन्टिव कार्डिओलोजी विभाग द्वारा हृदय रोग विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि प्रोफेसर अंजना मिश्रा, विभागाध्यक्ष कायचिकित्सा,( राजीव गांधी स्नातकोत्तर आयुर्वेद महाविद्यालय , पपरोला) ने संबोधित करते हुए बताया कि आज हार्ट अटैक के केस काफी बढ़ गए हैं कम उम्र में भी हार्ट अटैक हो रहे हैं। आमजन के स्वास्थ्य और दिल से संबंधित बीमारियों से बचने और बेहतर स्वास्थ्य के लिए हृदय रोगों से संबंधित होने वाले लक्षण और समय पर होने वाली जांच के विषय में जानकारी दी जिससे हम समय पर अपने हृदय संबंधित रोग की जानकारी मिलने पर सही चिकित्सा परामर्श और इलाज लेकर अपने जीवन को बचा सके।
कुलपति प्रोफेसर संजीव शर्मा ने कार्यक्रम के अध्यक्षता करते हुए कहा कि आज विश्व में हार्ट अटैक के कारण सर्वाधिक मृत्यु हो रही है आज हार्ट अटैक दिल से जुड़ी बीमारियों के मरीज दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं। आज बदलती जीवन शैली, तनाव, और सही खान-पान के अभाव में हर देश से जुड़ी बीमारियों के कैसे दिन प्रतिदिन बढ़ते ही जा रहे हैं, हृदय से जुड़ी बीमारियों में आज युवाओं की संख्या भी बहुत अधिक है। आमजन को हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचाने के लिए हृदय रोगों से बचाव के लिए जानकारी देने के साथ किस प्रकार हृदय से जुड़ी बीमारियों से बचाव कर सकते हैं उस दिशा में आमजन को जागरूक करने के लिए प्रयास करने होंगे। समय के साथ बदलती जीवन शैली और गलत खान-पान के कारण हृदय रोग से जुड़ी बीमारियो से बचाव और आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति, योग, मेडिटेशन से स्वस्थ रहने के लिये राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान का आयुर योग प्रिवेन्टिव कार्डिओलोजी विभाग पिछले तीन सालों से पूरे प्रदेश आमजन को जागरूक करने की दिशा में कार्य कर रहा है।
कार्यक्रम के माध्यम से संस्थान में आयुर्वेद चिकित्सा में अध्ययन कर रहे विद्यार्थियों को हृदय रोगों के विषय में जानकारी दी गई । कार्यक्रम में विभागाध्यक्ष कायचिकित्सा प्रोफेसर एच एम एल मीना, प्रोफेसर आर के जोशी एवं विभाग के शिक्षक, चिकित्सक एवं विद्यार्थी उपस्थित रहे।